योजना का मुख्य उद्देश्य प्राथमिक स्वास्थ्य सेवाओं को सभी तक पहुँचाना है। ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य केंद्रों का निर्माण और सुधार किया गया है। शहरी क्षेत्रों में मोबाइल क्लिनिक और हेल्थ वैन के माध्यम से सेवाएं दी जाएँगी। योजना में नि:शुल्क जांच और इलाज की सुविधा उपलब्ध है। बच्चों और महिलाओं के स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान दिया गया है। गर्भवती महिलाओं और नवजात शिशुओं के लिए विशेष देखभाल योजना लागू की गई है। टीकाकरण और रोग निवारण के कार्यक्रम पूरे देश में आयोजित किए जाएंगे। डॉक्टर और नर्सिंग स्टाफ की संख्या बढ़ाकर बेहतर सेवाएं सुनिश्चित की गई हैं। मानसिक स्वास्थ्य पर भी ध्यान देते हुए हेल्पलाइन और काउंसलिंग सेवाएं शुरू की गई हैं। जनता को स्वास्थ्य संबंधी जागरूकता के लिए वर्कशॉप और अभियान चलाए जा रहे हैं। स्वस्थ जीवनशैली के लिए योग, व्यायाम और पोषण पर विशेष ट्रेनिंग दी जा रही है। डायबिटीज़, हृदय रोग और उच्च रक्तचाप जैसी बीमारियों पर नियंत्रण के लिए अभियान चलाए गए हैं। प्रत्येक जिले में एक स्वास्थ्य स्वयंसेवक नियुक्त किया गया है। स्वास्थ्य सेवाओं की निगरानी के लिए डिजिटल रिकॉर्डिंग और ऐप्स का उपयोग किया जा रहा है। आपातकालीन सेवाओं के लिए एम्बुलेंस और फर्स्ट-एड किट की उपलब्धता सुनिश्चित की गई है। स्वास्थ्य योजनाओं का लाभ लेने के लिए ऑनलाइन पोर्टल और मोबाइल ऐप लॉन्च किया गया है। लोक स्वास्थ्य शिक्षा के लिए रेडियो, टीवी और सोशल मीडिया पर अभियान चलाए जा रहे हैं। स्वास्थ्य सेवाओं को तेज़, सुलभ और किफायती बनाने पर जोर दिया गया है। अस्पतालों में बेहतर इंफ्रास्ट्रक्चर और उपकरण उपलब्ध कराए गए हैं। दवा और चिकित्सा सामग्री की आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए राष्ट्रीय स्तर पर योजना बनाई गई है। स्वास्थ्य केंद्रों में नियमित स्वास्थ्य जांच शिविर आयोजित किए जा रहे हैं। विभिन्न आयु वर्गों के लिए पोषण और स्वास्थ्य संबंधी सलाह दी जाती है।
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